Friday, December 16, 2011

अ‍ॅथ स कथा

अ‍ॅथ स कथा
आइ शुक्र अछि संक्रन्न्ति 16 दिसम्बर 2011क - सुधीरनाथजीक सूतक शोक अ स्तब्ध छंलह्नु मुदा
हम फोने कयल जरैलक प्रेमचंद झाके 22 दिस्मबरक रांचीमे होब्बला मैथिलीक द्वितीय राजभाषा लेल प्रदर्शनक तैयारी लेल मुदा नहि उठल पिलखवाड़क शिक्षक अमरनाथ झाके - ओ कहलाह जे प्रेमचंदजीक बेती भर्ती छनि ओपेरसन कय बच्चादानी निकालल जाय बला छैक प्राणरक्षा लेल ओना बेबी लड्की ठीक भेलैक- हुनक कह ला पर फोन कयल- डाक्टर सुनीता मिश्रा के ओ ओ हमर स्तुडेंत(डी एअम सी एच क दिन क), सह्कर्मी(सेर्विसे क समय्क मेकोन मे)आ सारि( पुर्वपत्नी सुमनक सह्पाठी)- मुदा फोने उथौलीह डाक्टर संगीता (जे एखन सह्कर्मी हमर अस्पताल मे मुदा ओत सहयोगी छलथि सुनीता के)कह लीह सुनिता चाहैत छथि हम आबि जाइ - हमरा लागल संकटमे ज सुमन होइतथि त हम (श्यम) जरूर गेल रहितन्हु- गेलन्हु- ओपेरसन थियेटारमे ओत सुनीता युटेरस निकालि चुकल छलथि संगमे दोसर सर्जन सुनीता झा छलथि जिंकहु हम जनैत छी जबलपुरस पास बरहा गाम्क भगिनि सहरसामे विवहिता- बाहर अयलन्हु त अमरनाथजी कहलाह नीक जुतान भेल सब स के- सुनीता, संगीता, सुनीता, सर्जन, सहयोगी, सहायिका आ कारण बीमारक पिता हमर (भुतपूर्व साढू) , सुमनक ममिऔतस विवहित..ई अछि आइ संक्रांतिक शुक्रकक सक कथा, श्यामक

No comments: