Tuesday, June 26, 2012
हमर १२४म मिथिला जागरण यात्रा संक्षिप्त मुदा सार्थक रहल
हमर १२४म मिथिला जागरण यात्रा संक्षिप्त मुदा सार्थक रहल
पटना मिथिलामे नहि छैक मुदा नरेन्द्र कुमार झास पैघ खानदानी मिथिलाभाक्त शायदे किछु लोक होयताह -हुनक पिताजी तारा बाबु पुरनेया स अबी पटनामे नोवेल्टी एंड कंपनी खोल्लैन्ही आ चेतना समिति क मुख्य कार्यकर्ता रहलाह आ मैह्तिल लेल प्रेरणा स्तम्भ.
नरेन्द्रबाबुस हमर भेंट अकस्मात् स्टील ऑथोरिटी ऑफ़ इंडिया मे कशिनाथ्झाजी करौने छलाह आ तकर बाद ओ निरंतर हमरास सम्पर्कमे छथि- पटना पुस्तक मेलक प्रणेता जतय मिथिला लेल हर साल मीटिंग गाँधी मैदानमे होइत अछि एखन धरि मिथिलाक समर्थंक एकमात्र स्थान ओतय छि
हुनक पुत्रक उपनयन आ भातिजक विवाहक प्रीतिभोजमे सम्मिलित भेलन्हू - गोआस हुनक साढू आयल छलथिंह जे अंतर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद्क ओतय संरक्षक छथि. आन किछु मैथिल छलथि मुदा गर्मी मे हम अक्सक छलन्हू आ परिचयक हिम्मत नहि जुटा पय्लान्हू
रात्रि विश्रामक समय वाराणसीक कामर्सक प्रोफ. वी .मिश्रास परिचय भेल जे छथि त सरय्रुपरीन मुदा मिथिला समर्थक
भोरे तैयार भय बस लेल टेम्पोमे एक छोट लडकीके तेम्पुवालाके एकाध रुपया अधिकक लेल डतैत लौंगिया मिरचाई सन देखल -ओना जतेक दूर उलटा वापस अबय पडल ओतेक नीचास पैदल अयला पर पाच टाका सेहो बाँचती आ किछु वाकिंग भय जाइत - बस तुरंत भेटल आ सीधा मुजफ्फरपुर जैबला
गंगा पर होइतान्ही मिथिला मे छलन्हू - बगलमे बैसल एक युवक राजेश गाडीक शीशाक काज करयबला कम पढ़ल मुदा कहानी, कविता मगही, भोजपुरी, हिन्दीमे लिखाय्बला जकरा उत्साहित कायल.
भगवानपुर चौक उतरि टेम्पूस कचहरी गेलंहु आ पहिले शहीद खुदीराम बोसेक स्मारक पर श्रद्धा सुमन चढ़ावव् ल - सहारा परिवार एकर जीर्णोद्धार केलक अछि - ओतहि प्रेस क्लबमे भेल 'मीडिया सत्ता आ जन अपेक्षाएं 'पर अपन भाषणक्रममे याद दिया वाल जे २.१०.२००४ क भेल १२म अंतर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मलेनमे एहि शहरक नाम बदली खुदीरामपुर करक प्रस्ताव पारित भेल छल जाही सम्मेलनमेमे डॉ सी पी ठाकुर, देवेशचंद्र ठाकुर पार्षद , बिजेंद्र चौधरी विधायक आदि छलाह . कहलियेन्ही नहि त एकर नाम लीचीपुर वा मच्छडपुर कय दिय
यद्यपि ओतय कार्यक्रम विनय तरुणक तेसर पुण्यतिथिक छल जाहिमे ओकर संगी पत्रकार सब क मंच पर बजावल गेल- हमर नाम कर्दमे छल मुदा नहि बजुल्क- खरब लागा जरूर मुदा सयत रह्लान्हू- बिन बजेने मंच पर जेबाक नहि चाही- कुर्सी २ खाली चलिक पता नहि ककरा लेल वा बजेनाई बिसरी गेल- अस्तु क्रमशः कार्यक्रम भेल आ एक बजल्ला पर हम स्लिप देलियैक जे आब हमरा बजबी जेबक अछि- आ हमारा बजावल गेल- डॉ मदन मिश्र, मैथिलिक प्रोफेस्सर आ किछु आन मैथिल हमरा लेल आबी गेल छलाह, रत्न कृष्ण जी , पुंज प्रकाशजी, शारदानंद झा आदि ६ लोक.. सब हिन्दी में बजैत छलाह मुदा हम मैथिली में बजलान्हू करीब ३०-४० मिनुत लोक क नीक लगलैक,, भाषण तैयार छल मुदा हंट कय्क स्वाभाविक रूपे बजलन्हु आ तकर बाद मैथिल बंडू संगे निकली गेलंहु हमरा जेरो मीलक टेम्पू पर चढ़ा ओ सब अफ़सोस करीत गेलाह भोजन लेल- भोजन कार्यक्रममे सेहो छलैक मुदा हमारा ५ बजे मनोकामना चबूतरा पर मीटिंग दरभंगामे छल- तुरंत एक बस भेटल- किछु देर बाद आदति क अनुसार मिथिला राज्यक परचा बाँटल - दू व्यक्ति ग्रीयरसनक बारेमे बजलाह - हुनका लग सामान ले जा बैसी बात होइत रहल- हरिहरपुरक अवध नारायण झा अपन गाम में कंप लगेबा में रूचि देखौलन्ही बेलौन्चाक सुजीत कुमार मिश्र क़तर व्यवस्था उन्मूलांक आ दूनू क हमर तर्क स अधिक कहने जे हम एकर खिलाफ बाजी - 'यू जी हम अपन विवाह एहिना केने छालान्हू,' अनुज क बरियाती में एही लेल नहि गेलंहु' मुदा पत्नी बुझलीह फोकटिया वर आ छोडि देलीह , हम नहि बाजी एही पर- सब समस्याक जड़ी अछि गरीबी- मिथिला बनाऊ श्रीसंपन्न ई सब समस्या रहत नहि ,' ओना अन्हा सब दहेज़ मुक्त मिथिलाक सदस्य बनू जे एकर एक्सपर्ट छथि .
करीब तीन बजैत छल - बहिन क ओत जाऊ वा किछु खाउ , नहि संस्कृत विश्वविद्यालयक छात्रावास जाई
पहिल पाणिनि में केवल दू छात्र भेटलाह (रान्चिस पिछ्ला बैसार में आयल कुशवाहा क कोनो नुम्बर करो SMS करय कहने छलियैक मुदा नहि केने छल )- जे एक छलाह अखिलेश ओ रूचि लेलाह आ मधुसुदन मिश्र हमरा संगे बगलक याज्ञवल्क्य छात्रावासमे गेलाह - कामन रूम में २-३ टी वी देखैत- हमारा देखि ओहिना -लागल जे मिथिलास शिष्टाचार चली गेलैक जखन संस्कृतक छात्र एहेन तहन दोसर की? मुदा तुरंत किछु गोटे अयलाह आ सुनलाह - सब मिथिला लेल संग देब - एखन छात्र नहि छथि- छुट्टी बाद आऊ
उपस्थितकें कार्यकर्त्ता बना प्रतिज्ञा दियावल मिथिला-मैथिली लेल.
फेर ओ सब कहलाह ललित नारायण मिश्र विश्वविदयालक गंडक छात्रावास जाई- रौद में रास्ता में जाइत बामा कात एक मिथिला केंद्र बंद देखल मुदा आगाँ विश्वविद्यालय महाराज लक्ष्मीश्वर सिंहक मुतिक फोटो लेल- सामने पोस्ट ऑफिस लग ददू मैथिल ठाढ़ छलाह एकाएक मैसू र क एक मेडिकल छात्रक ध्यान आयल जाकर पिता ठाकुरजी एहि विश्वविदयालयमे छलखिंह- पचाढीक प्राचार्य बजलाह जे ओ विमल नारायण ठाकुर छथि जे सम्प्रति रहुआ संस्कृत महाविद्यालय में छथि - आब हम पता कए लेब.
आखिर एक-एक आदमीक पता कियैक जरूरी. एक मनुष्यता आ दोसर संगठन लेल एक एकक महत्व
समय ४३० भय गेल छल चबुतराक पहिने २ टा बटर बाईट बिस्कुट १० ताका में लेल आ एक कए खेत गंडक छात्रावास दिशी बध्लान्हू ( दोसर दोसर दिन ट्रेनमे काज आयल) ,
एक खुजल कमरा में गेलंहु- हमर बात नीक लग्लैन्ही आ तुरंत बाहर हवामे बैसार भेल आ करीब एक दर्ज़न छात्र अयलाह - तेलंगाना जकां आन्दोलन बनत की? एहि लेल हुनका सबके सब कॉलेज में घुमे कहालियेन्ही हर जिलामे खसके कटिहार - पूर्णिया तक . आश्वाशन देलाह मुदा फेर जाय पडत जल्दी
देर भय रहल छल - ५ बजे क चबुतराक समय छल आदित्य्क फोने जे राजीव अयलाह अछि रुके कह्लियेन्ही आ गेलंहु किछु युवा छात्र आ क्रमशः एक जुटान ठंढा भेल - भाषण लागल देबाक चाही आ खसके गंगा जलक घेन्त्कात्ती बंगलादेश आ बंगाल द्वारा आ बिहारक धोखा पर केन्द्रित .. एक समिति बनायल - राजीव पिछला बैसार में चलाह हुनका संयोजक बना
डॉ बूच्रू पासवान नहि आबी सकलाह , नहिये अमलेंदु
छपकी क एक युवा संगे श्यामा मंदिर गेलंहु - चौधरी हेमचन्द्र जी कहलाह एखानाही उदयजी गेलाह अछि- एहि बेर सूचना नहि देने छल्येन्ही-( नुक्कड़ सभाक लायक ओ सब श्रेष्ठ व्यक्ति नहि छथि ओना आन्दोलन ओहि नुक्कड़स कहियो उठातैक ).. दर्शन श्यामा माँ कए कायल. पुजगिरिक भाई डॉ धर्मानंद झा छलाह मुंडन में आयल मुदा मधुबनी दिशि निकलल.
अनेक याद ओहि स्थान क आयल..
युवा इन्द्रजीत राय कए कहने छलियेन्ही जे कपिलेश्वर्स्थान में हुनका संगे रूकब मुदा फ़ोन दू बेर नो रिप्लाई - बहिनिक डेरा लगमे गेलंहु.. छोट भाईक सार डॉ विनय चौधरी बीमार छलथि हाल चाल लेल फेर स्नान शयन..
रवि प्रात उठि तैयार भय भुखले सौराठ्क सोमनाथक दर्शन क लालसा स निकललान्हू- बस स्टैंड पर अखबार जागरण खरीदल आ रहिका जयनगर बाली बस तुरंत- जागरणमे समाचार नहि देखि लागल जे अमलेंदुक अपन मजबूरी होइंहि जे समाचार नहि छपल- ३-३ बैसार युवक मिथिला लेल भेल मुदा समाचार नहि छपल? अस्तु.. रास्तामे हवाई अड्डा देखल- पता नहि कहिया नियमित उड़ान हेतैक.. केओटी देखल जतय २५ म अंतरराष्ट्रिय मैथिली सम्मलेन १६-१७ दिसम्बरक छैक आशा karait छि ताबत खस्ताहाल सड़क ठीक भय जाय . फेर कपिलेश्वर बाहर स फोटो लेल - रहिका चौक पर देर तक ठाढ़ बस पोखरौनी रूकल- रिक्शावके २० टका दैके बजाय १.९ किलोमीटर पैरे चली- फूंही प्रारंभ- छाता एक गाछी लग निकलल - कहियो पैदल वा साइकिलस ओहि रास्ता में- आम गाछीमे कलकतिया टुटैत- फ़ोन भोरेस शम्भुनाथजी क कखन अबैत छि तथापि माधवेश्वरक फोटोक लोभ आ ओतहि शम्भुनाथजी –
झोडा पञ्जीकर लग राखी सोमनाथ मंदिर क दर्शन लेल - कल्प्कवि आ विदयाकर कवी पहिन्हिस प्रक्षिक्षण शिविर लेल संग भेलाह - बीच गाम में दुगंध पैखानाक मोन टूटी गेल.. पहिने ई ठीक हो.. मदिर क दर्शन फेर ओतहि शम्भुनाथ जे एक डेरा में भोजन - अनेक सचार, मालदह आम सेहो- एक धात्रिक गाछ छोट अंगना में - हिनक ई ससुर आ गंद्वीश्वर घर- सबहक विद्यापति पुस्तकालयमे- शिविर क सत्र प्रारंभ- मिथिलाक भूगोल- मिथिला राज्य कियैक? लोक अबिअत जाइत रहलाह- कार्यक्रम कोना करी- कियैक? कार्यकर्त्ता निर्माण लेल- शंभुनाथ्जी- प्रत्यक्ष उदहारण- एक कए बाद दोसर शिविर लागी गेल- पत्रकार अयलाह- प्रवीन चौधरी अयलाह- गर्मी स हम बेहाल- हमारा लेल(रांची रह्याबला लेल ) असाध्य- अस्तु- समय कम छल- बुलावा भेलैन्ही प्रवीण कए -एक वर आदर्श विवाह करीत छथि- आशीर्वाद लेल चली सके छि की? यदि विधवा विवाह मे भाग नहि लेती हमहूँ अस्गारुआ .. तैयो गेलंहु- आश्चर्य पुरना क बीरेंद्रमोहन ठाकुर, नमी वकील , पंडित ताराकांत झांक सार..जे वर क मामा , वर आ वर क पिता चिन्हलयेन्ही मुदा हर धक्मेकलान्हू- वीरेंद्र बाबुक बेटा आनंद ? कानी देर बाद ध्यान आयल जे काजर, ललका पागमे मिहिर जाई मातृभूमि बाला ब्रह्मोत्ताराक मैथिल कार्यकर्ता जिनका घर ८.१०.२०११ क राती रहि ९.१०.२०११ क पंडौल कालीमंदिर मे हमर मीटिंग करौने छलाह
सर्वप्रथम हुनका १०.१.२००० क झझारपुर क उमीद्वारी तकैत हमर पुर्व परिचित किरण झा संगे देखने छलियेन्ही आ दोसर बेर अक्तूबर २०१० मे हुनका निर्दलीय नहि मिथिला पार्टीस लड़य लेल बुझेने छलियेन्ही - पार्टीतंत्र स भयभीत ओ फेर भाजपामे चलि गेल छलाह आ अनेक बेर बात भेल . बात होइत रहित छल मुदा एना एहि परिस्थितिमे सुखद बेलामे भेटताह से हमारा कहाँ बुझल छल- किछु कहक मौक़ा भेल - लागि रहल छल समय अधिक लैत छि - हुनक बधाईमे मिथिलाक आचार विचार मातृभूमि भारत आ जन्मभूमि मिथिलाक फर्क- विवाहक अनिवार्यता मिथिला मे कियैक- मिथिलाक अद्वैत भावाद्वैत आदि बहुत देर बहुत विषय छुवल-मुदा ताबत अध्यक्ष डॉ कमलकांत झा आबि गेलाह आ ओहो दू शब्द बजलाह- फेर सबके जलपान भेलैक - छुट्टी रहितई हुनक बरियाती जैतन्हू - मुदा तुरंत फेर प्रशिक्षण वर्गक आन सत्र- युवाक भूमिका, सामाजिक समरसता, आ मिथिलाक समस्यामे - एहि बीच अमलेंदुजी अपन पिता आ हमर भैयाक संगी शिवाकांतजी क संग किछु देर लेल , स्थानीय सौराठक विकास, महारानीस भेंटक प्रस्ताव, सभाक समय परिवर्तन फागुन वा वैशाखमे , अंतमे जनस्वास्थ्य, फेर प्रार्थना क बाद मधुबनी प्रस्थान रिक्शास प्रवीणजीक संग..नीक बात.. समझौता कियैक करी? ककरा स?
कुजबिहारी गायकक कुटिया पर किछु मिनट .. भातिजके मधुबनी आबय ताकि २० मिनट लेल ७ किलोमीटर गाम जा १०० वर्ष क अपन कक्का कए देखि मुदा ओ नहि आबि सकल . युवा रौशन क संग बात करैत दरभंगा तक..मिथिला मैथिली पर.. आ फेर रांचीमे बहिनक देल फ्राइड चुड़ा आ फेर बचल एक बटर बाईट बिस्किट , समस्तीपुरमे जसीडीह लेल एक महिला -एक बर्थ पर ४ गोटे संग आ नीचा ४-६ गोटे संग.. चलू हमर मैथिल लोक कए यैह जीवन छैक.. धनबाद बाद भीड़ कम.. यथासमय नामकोमस उतरि टेम्पू बदलैत अपन डेरा आ काज पर.. डाक्टरक हड़ताल्क समर्थन हस्ताक्षर करा पठाऊनाइ ..किछु लिखिक डेरा २ बजे आ स्नान-पूजा-भोजन ३ बजे.. फेर देखल विजयनगर साम्राज्यक पतनक कहानी - एहिना मिथिला क अंत होम पर छैक.. दुश्मन एक संगे..आ सूतल हमर मैथिल, राज्यक विरोध करैत..मानो हमरे राज्य भेटैबला अछि?
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