Saturday, May 19, 2012

संभव जे नेपाली मिथिला प्रान्तक सबके शुभ संवाद भेटय

मैथिली संदेशक ३३म अंक छपय लेल प्रेस गेल अनेक अवधानक बीच मुदा सीतागंज (फारबिसगंज) क २४म अंतर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मलेनमे बंटत - एही अंकमे नेपालक मिथिला पर २ पृष्ठ सामग्री रहत बलिदानी अन्जुक फोटक संग आ युवकक उत्साह देखबैत अधिक संभव जे ओहि दिन २६ मईक दुपहरमे जखन नेपाली मिथिला प्रान्त पर बात चलि रहल होयत हमरा सबके शुभ संवाद भेटय जे मिथिला आब राजनैतिक भूगोल पर सेहो आबि गेल अछि जकर स्वप्न देखैत अनेक पीढी गुजरि गेल आ हालमे अनेक युवा अपन बलिदान देलन्ही संवाद दयबालाके कहलियेन्ही तहन अपना हाथे मिठाई खुवायब मुहंक नाप नहि पूछने होई मुदा ओ सब धन्यवादक पात्र छथि जे आन्दोलनके मोकाम पर पहुंचौलाह - दूनू दृष्टिस गोष्ठी नीक होयत सफल होयत सफल रह्लन्हू त्यौहार असफल रह्लन्हू आत्मलोचानाक आ आक्रोशक - २७ तारीखक नेपालक नब संविधान आबि जेतैक हमरा कहल गेल अछि नेपालमे मिथिला भेटत मुदा छोट ई हम जनैत छि मुदा सर्वनाशं समुत्पन्नम अर्धं त्यजति पंडिताः हम १० साल पहिले सोचैत छलन्हू जे मैथिली संदेशक ४० अंकक बाद यानी २ लाख प्रतिक वितरणक बाद नौकरी छोडि देब आ पूरा समय समाज लेल लगायब ओना बादमे हमरा ई लागल जे सिबाय स्वयम चुनाव लड़ी सब काज हम कैएये रहल छि आ फेर लागय लागल जे हमरा सन तुच्छ प्राणीक समयक ककरा जरूरत छैक- बहुत खोशामद्क बाद लोक शानियो रबियोक मीटिंगमे समय देताह; ध्यान अबैत अछि एखन हालमे परिहारपुरक एक घटना - चौक पर एकके कहालियैन्ही कनी रूकू मीटिंग लेल 'नहि किछु काज अछि, एक ठाम भोज अछि' कहिया धरि ई समाज भोज भातमे उल्झल रहत ओना सब समाज एहिमे उल्झल अछि अपन ऐश्वर्यक प्रदर्शन लेल आपसमें झन्झट कियो ककरो स कम नहि? जे नीक छथि से विवाह दान आ धर्ममार्गमे लागल यैह सब किछु! ताहि पर अति वर्षा, अति गर्मी आ अति जाडक नाम पर मीटिंग नहीं होयत मिथिलामे आ फेर विवाह आदिक लग्नमे आ सब बाहरी संगठन सेहो एहेने काज मात्रके उद्देश्य बुझैत छथि आ नेता सबके विद्यापति पर्वमे माला दोपट्टा दैत अपन फोटो पर ध्यान कार्यकर्त्तामे अनेक के हमरा सन मुहंफटके एतदर्थ एहेन मंचक दिन लेल आमंत्रण नहि भनही बादमे सब कियो बात मानय लेल तैयार मुदा कियो नेता के भोजपुरी जकाँ मैथिलीक पक्ष्हूँ में उथल, मिथिलाक बात दूर मिथिला राज्यक नाम पर सांढ़के लाल कपड़ा देखब जकाँ आ बात करताह विकासक उलहन देताह. हुनका कहाँ मालूम छनी जे बिहारक पॉवर प्लांट नीतीश बना रहल अछि बाढ़मे आ नवीनगर गयामे, सब उच्च संस्थान खुलल पटनामे, केन्द्रीय विश्वविदालय तकके कोर मिथिलामे बात नहि उठल फसबूक आ मेल ग्रुप पर मैथिल रुबाई, ग़ज़ल गौताह , रसिकपन्हूमे विद्यापतीय अवतार सेहो कहाँ देखय छि? आब मैथिली संदेशक केवल ७ अंक आ २२००० प्रति रहि जायत जे की पाचम अंकमे पूरा भय जायत आब हमरा लेल नौकरी व कमाइक कोनो ख़ास मतलब नहि रही गेल अछि- कियो हमरा पर आश्रित नहीं छथि मुदा अपन स्वास्थ्य कहियो हमरा आश्रय ताकय लेल बाध्य कय सकैत अछि लगैत अछि जे हमर कथन जे जन्म बिहारमे भेल मुदा मरब मिथिलामें की एही लेल ओहि पार टपय पडत? वा उमहुर्का लोकस प्रेरणा लयक एम्हरो युवक बीड़ा उठोताह? लिखलियेन्ही जे उम्हरो लेल हम किछु ख़ास नहीं कय सकलहूँ - चाहे जे हो नौकरीक बंधन होइते छैक उत्तर आयल- प्रेरणा दैत छि सैह बहुत ई शालीनता कहानी हुनका सबके प्रेरणा हमसब ग्रहण करी हुनका सबहक़ मिथिला लेल बलिदान आ ओकर पाहिले आ ओकर बादक कर्मठता लेल देखि की १४ गते (२७ मई)क मिथिला में दीवाली मनी पावत- ओना ओ अरण्य षष्ठी दिन अछि नहीये भेल तखन अरण्यरोदन नहि इम्हर आक्रोश जरूर होयत आ उम्हर बंद वा ने जानी की सब जाही लेल उमहुर्का पाहूनके सत्र २६क दूपहरेमे करा हमसब बिदा कय देबैन्ही - ओना फारबिसगंज आ बिराटनगर मनो एकबधुवे जकाँ आजुक युगमे गाडीस यदि एहेन भेल तहन उम्हर दीवाली होयत आ इम्हरो जाही लेल कहियो डॉ लक्ष्मीकान्त झा आ इम्हर अंजू आदि टेमी लेल अपन देह उत्सर्ग केलन्ही अछि

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