Thursday, November 24, 2011

२०.११.२०११क कर्पूरी चौक पर भेल सफल धरनामे

२०.११.२०११क कर्पूरी चौक पर भेल सफल धरनामे जे किछु प्रमुख लोकक नाम हमरा याद अछि- राजीव कुमार झा,बेंता,लहेरिआसरै , कामदेव चौधरी,माखनपुर, ह्याघट, सुधीर कुमार झा, टेकतारी , सिघवाडा , अमरेश कुमार सिंह, खरसान, रीगा, सीतामढ़ी, मनोज कुमार चौधरी,बेल्बगंज, दरभंगा, पांडव यादव, हायाघाट, अमर कुमार . मिश्र, बंगालीतोला, लहेरिआसरय , राजू कुमार पंजियार,इमाम्वादी , दरभंगा, मुकेश कुमार, टेकतारी , सिघवाडा , बरून कुमार,सैदपुर, कतरा, गोडिशंकर चौधरी, सझोरा, हायाघाट, चुधारी हेमचन्द्र राइ, बलभद्रपुर, लहेरिआसराय, अमरनाथ झा, कलीगांव, जीतेन्द्र प्रसाद कर्ण, आआधर्पुर, गौराबोराम, मुहम्मद . अब्बास, सकरी, मुहम्मद राजा अली, पंडौल, उमेश नारायण कर्ण'कल्प्कवि',, रामपुर,सरिसब पाही दिनेश चौधरी, सिनुआरा

खास कायके मुहम्मद राजा अली जे मिथिला कल्याण मंच मधुबनिक अध्यक्ष छठी आ लोक जनशक्ति पर्त्य्क कहलाह जे ओ मिह्तिला राज्य लेल प्रोवर संगे शहीद होम लेल तैयार छथि

आई २४.११.२०११ क हुनका हम प्रस्ताव देलियेन्ही अछि जे ओ एक मैथिल मुस्लिम सम्मलेन करती जाही में डॉ. शकील अहमद, मद. इसराइल रैन के सेहो आमंत्रित करथि
डॉ. शकील अहमद काल्हिTIMES NOW में बजलाह अछि जे तेलान्गणक संगही मिथिल्क मांग पर सेहो केंद्र सर्कार विचार कए रहल अछि
अगिला धरना २७.११.२०११क दलसिंग सरायमें होयत
अनेक चंनेल्क लोक आ पत्रकार कए हम कह्लियेन्ही जे ई आन्दोलन शांतिपूर्ण गांधीवादी रहत आ मिथिलाक प्रत्येक लोकसभा आ विधानसभा क्षेत्र मे एहेन कार्यक्रम जनजागरण लेल होयत
जे नेता मिथिला विरोधी हुनका हराउ
जे मिथिला राज्य समर्थक हुनका जिताऊ- अगला रणनीति अछि
बिहारक मुख्यामंत्रीक कथन जे छोट राज्य हो, १०० विधायक मुदा मिह्तिला नहीं- २०३ विधायाक्क बिहारक दू भाग कियाविक नहीं- मिथिला नहीं त कोण प्रांत
ओ चाहे छथि सुबेदारी पैघ प्रांत क प्रधान मत्री बनक मानसिकता हुनका में नहीं छनि
मिथिला बनय ओकर मुख्यामंत्रीक पद खाली छैक- मिथिलाक मुख्यमंत्री ५ वर्ष बाद भारतक प्रधानमंत्री बनत कारण मिथिलाक स्वीकार्यता देश में सब ठाम छैक आ मिथिलाक २८ लोकसभा क्षेत्रक अलावा ६८ क्षेत्रमे मैथिल मतदाता ककरो हरा जीता सकैत अछि
- डॉ. जगन्नाथ मिश्र धृतराष्ट्रक रोल में मिथिलाक विरोधी छथि
मित्र सुशील कुमार मोदी RSS क उत्तर बिहार वा मिथिला प्रांत क विरोध सिद्धांतक आधार पर नहीं अपन पद आ मुख्य्मंत्रीक हाँ में हाँ लेल करैत छाहती
कोनो रास्ट्रीय डालके एही स कोण अंतर जे एक प्रांत हो वा अनेक
हम हुनका सबक्ले पब्लिक दबाते लेल चल्लेंगे केलियें - दरभंगा पोलो मैदान, सहरसा, पुर्नेया, मुजफ्फरपुर, बेगुसराई कतहु?
जब्बा देती दरभंगामे IIT कियैक नहीं?
सहरसा में AIIMS कियैक नहीं?
मुजफ्फरपुर सेंट्रल उनिवेर्सित्य कियैक नहीं?
पुर्नेया में IIM कियैक नहीं
सब यदि पटना में त ओ पुदुचेर्री जकां छोट पटना राज्यक मुख्यमंत्री बंताः ओना ओहुमे आधा पर मिह्तिलक दावा होइयत आ हमरा वैशाली भय क पटना जैक रात अची, तेलान्गानाक ह्यदेरबाद लेल अन्ध्राबला समस्या नहीं?
मिथिलाक हाई कोर्ट, मिथिलाक विद्यालय परीक्षा समिति आ लोक सेवा आयोग राजधानीक अलावा अन्य शहर में होयत आ सब क्षेत्रक विकास होयत
हमरा लौटक छल - १ बजे एक कार्यकर्त्ता लहेरिसरै स्टेशन छोड़ी देलान्ही पटना इंटर सिटी क भारी भीड़ - लागल कहिया हमर लोक कए पटना स पिंड छुटतैक? त चारी बेर पटना प्रवेश नहीं लेलान्हू- ISC में MBBBS में बिहार में १९थ भय ,MD (मेड) में DCH में -
२३.११. क लेल आकस्मिक अवकाश में सहयोगी द्वारा झन्झट भेल- 'बहुत बाहर जाते'- कहय परल ' मैं फिर हेल्थ सेंटर वापस हो जाऊंगा' वैसे यदि आपके कॉल दिवस में मैं बहार गया तो आपकी कॉल दिवस कर दूंगा.( आई लुटला पर देखल जे अस्पताल वापस अपन वास्तविक पद (मेडिसिन विभागाध्यक्ष पर २३.८.२०११ क वापस अयला पर) ३० नबम्बर तक कए १०० दिन में ३० छुत्तिक दिनमे ११ दिन आ ७० आन दिन में ३७.५ दिन कॉल दी हमर छल आ हमरा एक तिहाई मात्र करक अछि तीन MD में. -ओहिमे एकमैह्तिल अछि ओकरा कहल अन्हां सब बिना डटके ओहिना बात करैत छि जेना झारखण्डक विकास नहीं भेलैक सब प्रचारित करैत अछि जाही पर २०.१.२०११क TIMES OF INDIA क पूरा पेज में आंकड़ा किछु विश्लेषण किछु और( पूरा गलत ) छैक)

In case of Jharkhand there is clear advantage of carving it- ( Increase in NO. of primary school (97% versus 13 %); Literacy rate (68 from 54 versus 64 from 47); economic growth( 5.3% to 7.0% versus 4.9% to 6.8%); Infant mortality rate( 44 from 70 versus 52 from 62); and that from the help from centre in 2009 Jharkhand only 13 % of total grants and loan compared to 25 % to Bihar. In food grain production only Jharkhand card is marginally worse(due to draught) -19 % compared to -15 % of Bihar.
हमरा बारे में मेडिकल छात्रजीवन स एक भ्रम लोक कए छैक जे हम केवल नेतागिरी करैत छि जखन की हमर रिकॉर्ड काफी नीक अछि- मेडिकल में प्रवेश रांची विश्वविद्यालयमे प्रथम भय केने छि- आ MD में सेहो पहिल बर्मे कम्पीट केने छि- अनेक किताब अछि केके सिन्हाक संग- मुदा खसके मैह्तिल कर्मचारी हमरा पंचांग देखेबला पंडित बुझैत छठी- कोनो हर्ज नहीं हमर एतेक भीड़ कम होइत अछि? आ ब्राह्मण छि त उचितान्ही पंछाग संग राखी? आब वर्श्क्रिटी खरीदला पर देखैत रहला पर बहिन सेहो कहैत अछि जे हम आब कर्मकांडी भय गेलंहु- कियैक नहीं वाचस्पति द्वितीयक ग्रामीण कर्मकांडी हो?
पूरा समाज एही बेर सरस्वती पूजा प्रुवाविद्धा नहीं कयक पराविद्धा गलत तिथि में केलक- संयोगस हम देखि लेल्न्हू आ ठीक के लेलान्हू? पंचांग सबमे गलत लिखल छल


२२.११.२०११ क रांची जयनगर टेरेन लेल गेलंहु त स्टेशन पर एक मैथिल चीन्ही लेलाह जे कहियो ट्रेनमे २०११ जनगणना में मैथिली लिखबाय लेल संग देने छलाह
- ओ नरेन्द्र कुमार झा मदरिया(कुर्सो नदियामी ) गाम क छथि- हुनक बेटा आगू चढी ऊपर दू सीट रखलक (सामंक जगह सुते लेल )

एक सहयात्री विश्वम्भर झा आधार बिरौल्क भोरे में दू टा मैह्तिलीगीता खरीद्लाह( पहिने पहिने छल जे एहिना गीता बनती दी मुदा पूज्य चिदात्मंजीक निर्देश पर एकरा बेचने ताकि सुपात्र लग जय शुरू केलान्हू)
शंभू सह बासोपट्टीक आ राजेश महतो बाजितपुर दरभंगाक मिह्तिला राज्यमे इंटेरेस्ट देखौलाह
कहियो कियो कहने छल- ई ट्रेन चालत त मिह्तिला_मैह्तिली काज खूब होयत से सट्टे- मुदा मिथिला केवल मधुबनी- दरभंगा नहीं से सतत ध्यान रहय
ई ट्रेन कहक चाही हमरही नेतृत्वमें चलि पायल- लोक कए यात्रा करैत देख नीक लागल-

२३.११क प्रदोष त्रयोदशी व्रत क दिन छल -
सीधा बेंता चौक - टेम्पो भाडा १० रूपया पासिंजर रांचीक अपेक्षा अधिक लागल-
जगदीशजीके राष्ट्रिय साहित्य केंद्र मैथिलीगीतक १०० प्रति बेचय लेल देल- १९८४क बाद भेंट भेल- अनेक परिचित अनिरुद्ध साहू, सत्यनारायण बासत्यनारायणजी , शिवाजी आदि स्वर्गीय भेलाह

पैदल थैला लेने हल्लुक भेल सीधा धरना में गेल छलहु- सोचने छलंहू अपन वेस्ट हॉस्टल २० नुम्बर कमरा सामने अरहुल क फूल तोड़ी पूजा करब जाते १९७५स १९८० तक हम छलन्हू मुदा मौका कंहा?
उदयजी कहलाह- नहीं जाऊ समय भय गेल छैक-आ लहेरिअसरी स्टेशन पर पानीफल सिघाड़ा आधा किलो १० रूपाक लेल
इंटर सिटी में ठाढ़ ह्याघट तक फेर सीट भेटल खेत रह्लान्हू- पानी फल पानी आ फल दूनू व्रतमे ठीक ओना हम व्रत प्रायः निर्जला करैत छि मुदा जखन स्नान- तर्पण संध्यावंदन नहीं भेल - तखन मात्रीभूमिक कार्यमें सब कसमी छैक- कहियो सुरेन्द्र झा 'सुमन' कहने छाल्क्खिंह कार्यालय मत्री बिन्देश्वर्जीके जे पूजा स बढ़ी के मैथिलीक कार्य - मिथिलाक कार्य लागैत अछि ओहू स बढ़ी के अछि/
बरौनिमे ड्राईवर कए कहल जे हथिदाह्मे स्लो कराय लेल जे पतिपुत्र एक्सप्रेस भेटी जय- ओ आश्वासन देलक मुदा ओत देखल जे ९ नुम्बर प्लात्फोर्म पर बल्लिया - सिअलदाह एक्सप्रेस ठाढ़ अछि- ओहुमे काफी भीड़ छल- कोहुना घुसी थैला लटका सीत्क बीच ठाढ़ भेला पर आपत्ति केलक
;doosre की दिक्कत नहीं समझाते हैं?'
"ठीक बात आपने कही है-वैसे किस पर applicable है यह आपही विचार करे( सीट पर बैसल ओ वा बीचमे ठाढ़ हम?)
कह्लियान्ही - काच ९० लेल छैक मुदा ९१म हम नहीं
अस्तु _ सिमरिअघत्क पूल पर गंगा मैयाक शीतल पवन स्पर्श्स लागल जे स्नान क कमी पूरा भेल- कहियो स्वामी माधवानंद अपना प्रवचन में कहने छलाह जे एहेन पवित्र नदीक वायुस्पर्श सेहो मल्हारी होइत छैक
किउल में उतारी तकल्न्हू त बहूत देर बाद एक थाम जल भेटल - ओताही प्लात्फोर्म ३ पर कागज बिच्चा स्नान भोरका बांकी संध्यादी आ संझाक प्रदोष शिव पूजन कायल
पत्लिक प्रतीक्षामे भाग्ल्पुर्क एक यूवक आ फेर आन २ व्यक्ति जे एहिमे रुचि लेलान्ही बतावल जे अंगक भाग कियैक मिथिला मे आबय- बिहारमे रहबाक बजाय
पाटलिपुत्र त लेट भेल मुदा वनांचल आबी गेल- जाही में बैसक आ फेर ऊपर लेत्वाक आ धनबाद्क बाद सुतबाक जगह भेटल आ भोरे भोर रांची पन्हुचालान्हू- यथ्समय डेरा आ अस्पताल
आ सबस पहिने मुहम्मद रजा अलीके फ़ोन कायल-

किउल्ही में बालिन्द्र्जीक फ़ोन आयल छल जे २७.११क आरामे विद्वत परिषद् में हमर बिसर तय केलाह अछि आ बादमे किछु मैथिल संगे- संगही विद्यालाय्मे स्वास्थ्य चर्चा होयत आ संभव मेडिकल विषय पर डाक्टर सब संग गोष्ठी
भोरे समस्तिपुरमें जयकृष्ण झा कए फ़ोन केलियेन्ही- कहलाह स्टेशन पर आबी जय्तान्हू-
कह्लियेन्ही हम एहेन VIP नहीं- समय लयक आयब-मुदा ओ निमंत्रित केलाह २७ नवम्बर वा ४ दिसम्बर लेल एक कार्यक्रम में में जजतय एक एक्स- जस्टिस सेहो रहताह .
किउल में पूछल कोन डेट- २७ क १ बजे-
२७क दलसिंगसराय में धरना १०-१२ बजे रही समस्तीपुर लाव कॉलेज में सांप्रदायिक हिंसा निवारण कानून पर मुख्य वक्ताक नाते .

बलिन्द्रजी फरबरीमे दिल्ली जाइत भेटल छलाह- सरस्वती शिशु मंदिरमे शिक्षक-
म्हर पूछने छालियेन्ही- मीटिंग की भेल?
स्वीकार कयक बरौनी कल्यान्जीके फ़ोन के तेघरा, बीहट क बिसार आगा लेल स्थगित कायल
भोजपुर में हमर ई पहिल मीटिंग होयत- याद राखू आन्हां राज्य बदलि सकैत छि मुदा अपन पड़ोसी नहीं?
हम मिथिलाक समर्थक मुदा मगही वा भोजपूरीक विरोधी नहीं छि

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